सोमवार, 15 अगस्त 2011

आज सुना एक नई कहानी


      आज सुना एक नई कहानी
                       -डा.राज सक्सेना

चांद- सितारे, परी-सुहानी,
एक था राजा,एक थी रानी |
कान पके यह सुनते-सुनते,
नहीं सुनेंगे,चुप जा  नानी |
आज सुना एक नई कहानी |

भारत का इतिहास  बता दे,
अश्वमेध क्या था  बतलादे |
भारत का किस पर शासन था,
क्यों टूटा साम्राज्य  बतादे |
किस स्तर पर थी नाकामी,
वर्ष आठ सौ सही गुलामी |
आज सुना एक नई कहानी |

सोने की चिड़िया कहलाया,
जगत्-गुरू कैसे बन पाया |
धर्म यहीं पर कैसे  जन्मे,
फिर विस्तार कहां से पाया |
नष्ट हुआ सब फिर भी अपनी,
बची संस्कृति  रही पुरानी |
आज सुना एक नई कहानी |

सभी क्षेत्र में था जब न्यारा,
कहां गया इतिहास  हमारा |
मुगलों,अंग्रेजों से पहले,
था भारत  सारा  नाकारा |
हवा महल थे क्या सब ज्ञानी,
या था सारा ही  अज्ञानी |
आज सुना एक नई कहानी |

धनवर्षा,हनुमानमन्दिर,खटीमा-२६२३०८
 मो- ०९४१०७१८७७७

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