आदर्श दिन-चर्या
-डा.राज सक्सेना
सुबह सवेरे उठना बेटा,हल्की कसरत करना बेटा |
छूना पैर बड़े जितने हों,तभी काम कुछ करना बेटा |
सही तरीके से ब्रश करना,दांत साफ पानी से करना |
मुखधोलो तब जाओनहाने,आकर उचित नाश्ता करना |
कलका पढ़ा पुनः दोहराओ,आज है पढ़ना नज़रफिराओ |
फिर शाला की करो तैयारी,बैग ढ़ंग से पुनः लगाओ |
पूरी ड्रेस पहन कर आओ,बैग टांग कन्धे पर ले जाओ |
पंक्तिलगा बस में तुम चढ़ना,पंक्ति बना शाला में जाओ |
कक्षा में तुम ध्यान लगाकर,मन पढने में पूर्ण जमाकर |
नोट करो जो नोट करायें,अलग अलग गृहकार्य लगाकर |
हो छुट्टी मत दौड़ लगाओ,लगा पंक्ति बस मे चढ़ जाओ |
घर आए आराम से उतरो,दोनो ओर देख घर जाओ |
लेलो नाश्ता मां से खाओ,धमा-चौकड़ी नहीं मचाओ |
सुनो बात भी जो वह कहती,होकर फ्रैश खेलने जाओ |
खेल खत्मकर वापस आओ,गृह का पूर्ण कार्य निबटाओ |
खाना खा बिस्तर पर जाओ, करो बन्द आंखें सो जाओ |
धनवर्षा,हनुमानमन्दिर,खटीमा-२६२३०८(उ०ख०)
मो- ०९४१०७१८७७७
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