हिन्द की पहचान है
विश्व की पावन धरा पर, हिन्द की पहचान है |
पूर्ण भाषा ज्ञान में, हिन्दी गज़ब की शान है |
है सम्मिश्रण बोलियों का, हिन्द में मौजूद जो,
हर पड़ोसी देश - भाषा का इसे, संज्ञान है |
है सरल इतनी कि सीखो,चार दिन में अद्यतन,
संसार के भाषाजगत में,सबसे यह आसान है |
विश्व की बोली कहीं की, ये लिखे स्पष्टतः,
क्या जगत की कोई भाषा?इस कदर गुणवान है|
जो लिखा,वह ही पढा जाता है इसमे जब पढो,
स्पष्ट है सब कुछ,नहीं इसमें कहीं अनुमान है |
बोलियों में सबसे मीठी,बात में कितनी सरल,
हर कहीं भी बात हो,अच्छा नहीं यदि ज्ञान है|
गोद में इसकी पली, पल कर जवां उर्दू हुई,
आज इसके संग उर्दू, इस चमन की शान है |
सौ से ज्यादा देश में,समझीपढ़ी जाती है ये,
'राज' अपने देश के, कुछ क्षेत्र में अंजान है |