पगपग पर पावन नवगंगा,
कण - कण देव समान है |
हरितहिमालय से संरक्षित,
उत्तराखण्ड महान है |
शिवम, सुन्दरम, कलकल-,
नादित,गंगामयहरिद्वार जहाँ |
श्रंगशिवालिक के आंगन में,
स्वर्ग लोक, श्री-द्वार यहाँ |
सांध्यआरती गंगा-तट की,
पुलकित, पुण्य प्रमाण है |
हरितहिमालय से संरक्षित,
उत्तराखण्ड महान है |
इन्द्र-लोक के देव सदा से,
लालायित हैं, रहें यहां |
ऋषि-केशों सी गंग-धार से,
परिपूरित ऋषिकेश जहाँ |
चार-धाम का, मूल यहीं से,
श्री - मय क्षेत्र सुजान है |
हरितहिमालय से संरक्षित,
उत्तराखण्ड महान है |
यमुनोत्री, गंगोत्री - गोमुख,
पावनजल, निष्काम यहाँ |
बद्री संग केदार - पुण्यमय,
निश्चित चारों धाम यहाँ |
पापविनाशक,मुक्ति प्रदाता,
हर पत्थर भगवान है |
हरितहिमालय से संरक्षित ,
उत्तराखण्ड महान है |
हर चोटी पर, हर मन्दिर में,
ईश्वर का आवास यहाँ |
भारत की इस,स्वर्णधरा में ,
गौरव, क्षणिकप्रवास जहाँ |
आख्यानों से,भरा क्षेत्र यह ,
सदियों से, श्रुतिवान है |
हरितहिमालय से संरक्षित ,
उत्तराखण्ड महान है |
-डा. राज सक्सेना
-धनवर्षा,हनुमान मन्दिर,खटीमा-26308
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