कहां की बात को लाकर,कहां पर रख दिया तुमने |
यहां पर शब्द का दरिया,बहा कर रख दिया तुमने |
बडे आसान शब्दो में,कही हैं कुछ कठिन बातें-,
कहां से भाव लाए हो, हिला कर रख दिया तुमने |
ये नन्हे तीर कविता के,दिलों पर वार करते हैं |
युगों की वर्जनाओं का,सरल संहार करते हैं |
न इन पर शब्द ज्यादा हैं,न भावों की कोई गठरी,
मगर फिर भी नए युग की,फसल तैयार करते हैं |
धनवर्षा,हनुमान मन्दिर,खटीमा-२६२३०८
मो.- ०९४१०७१८७७७
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