शुक्रवार, 29 जुलाई 2011

baal dohe aur ashaar-2

कहां की बात को लाकर,कहां पर रख दिया तुमने |
यहां पर शब्द का दरिया,बहा कर रख दिया तुमने |
बडे आसान शब्दो में,कही हैं कुछ कठिन   बातें-,
कहां से भाव लाए हो, हिला कर रख दिया तुमने |

ये नन्हे तीर कविता के,दिलों पर वार करते हैं |
युगों की वर्जनाओं का,सरल   संहार  करते हैं |
न इन पर शब्द ज्यादा हैं,न भावों की कोई गठरी,
मगर फिर भी नए युग की,फसल तैयार करते हैं |
     धनवर्षा,हनुमान मन्दिर,खटीमा-२६२३०८
      मो.- ०९४१०७१८७७७

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें