जन्मा एक सितारा
जय जवान,जय किसान का,
दिया देश को नारा |
गांधी जी की जन्म तिथि को,
जन्मा एक ध्रुव्-तारा |
लाल बहादुर नाम था उसका,
निर्धनतम घर-द्वारा |
नदी उफनती तैर-तैर कर,
शाला गया बिचारा |
तनधन का था निर्बल लेकिन्,
मन का बड़ा सबल था |
आज़ादी के महायुद्ध मै,
रखता भाग प्रबल था |
आज़ादी के बाद मंत्रि बन,
जम कर देश संवारा |
एक रेल दुर्घटना पर उसने,
त्याग दिया पद-सारा |
नेहरु की मृत्यु पर उसने,
प्रधान-मंत्रि पद पाया |
एक दिवस भोजन त्यागें सब,
त्याग -मंत्र सिखलाया |
झुककर चलती छोड़ नीतियां,
सख्त रूप अपनाया |
हमले पर पाकी सेना के,
रौद्र - रूप दिखलाया |
समझौते की बात रूस ने,
कर ने उन्हें बुलाया |
पता नहीं क्या हुआ वहां पर,
लाल न वापस आया |
आज जरूरत पुनः तुम्हारी,
भारत में फिर , आओ |
कद छोटा पर काम बड़ा तुम,
शास्त्री जी कर जाओ |
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